Monday, November 10, 2008

कोई तो है

कोई तो है जो हर पल ही हमारे साथ रहता है
हमारे साथ हँसता है हमारे साथ रोता है

कभी खामोश रातों में मुझे आवाज देता है
किसी खवाबों की दुनिया में मुझे फ़िर लेके जाता है

न आती नींद है जब रात की बेचैन करवट में
थपकियाँ दे दे के मुझको कोई गाकर सूलाताh

तनहइयो में जब कभी आंसू बहता हूँ
पोछकर अश्क मेरे वो मेरे गम को भुलाता है

वो अपना है मेरा अपना मुझे महसूस होता है
मेरे हर गम में बढ़कर हाथ मेरा थाम लेता है

की उसके दिल की हर धड़कन मुझे महसूस होती है
इक जैसे मेरे सीने में ही उसका दिल धड़कता है